2008 में यूरो क्षेत्र का वार्षिक उत्पादन आकार 14 लाख करोड़ डॉलर और अमेरिका का वार्षिक उत्पादन आकार 15 लाख करोड़ डॉलर के लगभग बराबर था।
अटका
2023 तक यूरोप क्षेत्र का वार्षिक उत्पादन 15 लाख करोड़ डॉलर पर ही अटका है जबकि अमेरिका का लगभग 27 लाख करोड़ डॉलर हो गया है।
कंपनियां
दुनिया की बड़ी कंपनियों में यूरोप की कंपनियां बहुत कम रह गई हैं। आर & डी और तकनीक में अमेरिका बहुत आगे है। अधिकांश ताकतवर प्रौद्योगिक कंपनियां अमेरिका की हैं।
प्रौद्योगिकी
प्रौद्योगिकी को लेकर यूरोप का रुख बहुत रूढ़िवादी है और ऐसा लगता है कि उसने सिलिकॉन वैली जैसाकुछ बनाने का जज्बा व कोशिश को हो छोड़ दिया है।
जर्मनी
जर्मनी जो दो दशक तक यूरोप का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन वाला देश रहा है। अब मंदी से जूझ रहा है।उसके कर्ज पर रोक लग गई है।
ऊर्जा संकट
यूक्रेन युद्ध की वजह से रूस के तेल एवं गैस पर प्रतिबंध के कारण यूरोप में संकट और बढ़ गया है। समुद्र के रास्ते मंगाना लगभग चार गुना महंगा पड़ रहा है।
दोहरा मानदंड
रूस अभी भी अमेरिका के 90 से अधिक नाभकीय रिएक्टरों को यूरेनियम दे रहा है जो उसकी 20% ऊर्जा के लिए जवाबदेह हैं।