आधुनिक मशीनों की आत्मा है सेमीकंडक्टर या एडवांस्ड माइक्रोचिप। ऑटो से मैन्युफैक्चरिंग तक और डेटा सेंटर से जटिल संचार तक। आज सेमी कंडक्टर तेल से भी अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं।
कैसे बनता है ?
सिलिकॉन को जमीन से निकाल कर 1400° सेंट्रिग्रेड पर पिघलाकर साइलो में ठंडा किया जाता है। पतले वेफर्स काटे जाते हैं। इन पतले वेफर्स पर इलेक्ट्रॉनिक सर्किट उकेरे जाते हैं।
आकार
माइक्रोचिप का आकार करीब 3 नैनो मीटर होता है। इसके आकार का अंदाजा इस बात से लग जाएगा कि लगभग ढाई करोड़ एडवांस्ड चिप एक इंच मोटाई में आयेंगे।
प्रकार
ये कई तरह के होते हैं जैसे पहली मेमोरी चिप जिस पर डेटा स्टोर होता है। दूसरी लॉजिक चिप कंप्यूटरों के माइक्रो प्रोसेसरों में काम आती है। तीसरी एडवांस्ड माइक्रोचिप।
एडवांस्ड माइक्रोचिप
तीसरी एडवांस्ड माइक्रोचिप जो बहुत शक्तिशाली व जटिल होती है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए सुपर कंप्यूटरों में काम आती है।
फैब
हर दो सालों में इनका आकार आधा और शक्ति कई गुना बढ़ रही है। इनकी फैक्ट्री को फैब कहा जाता है और कभी बंद नहीं होती। तीन शिफ्टों में काम चलता रहता है।
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एडवांस्ड माइक्रोचिप में
ताइवान का जलवा