चिप का निर्माण अमेरिका में हुआ। 1990 के दशक में अमेरिका और यूरोप द्वारा इस उद्योग को एशिया को आउटसोर्स करने और ताइवान ने इसे अपना प्रमुख उद्योग बनाने का निर्णय लिया।
स्थापना
ताइवान में मॉरिस चांग ने ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (TSMC) की स्थापना की। अब दुनिया में इस्तेमाल होने वाले 90 प्रतिशत एडवांस्ड माइक्रोचिप यही बनाती है।
हिस्सेदारी
शेष 10% एडवांस्ड माइक्रोचिप में अमेरिका की इंटेल और कोरिया की सैमसंग हैं। सामान्य माइक्रोचिप में भी लगभग 40 % हिस्सा TSMC के ही पास है। इनकी एप्पल (Apple) से भी भागीदारी है।
निर्भर
एक समय जापान व अमेरिका चिप में आगे थे, पर अब एडवांस्ड माइक्रोचिप के लिए दुनिया ताइवान पर निर्भर है। इसने विश्व की 5000 से अधिक कंपनियों के लिए 12000 तरह के उत्पाद बनाए।
राष्ट्रीय नायक : मॉरिस चांग
एडवांस्ड माइक्रोचिप में पूरी दुनिया निर्भरता ताइवान पर हो गई है। इस पीछे केवल एक ही व्यक्ति है मॉरिस चांग। ताइवान उन्हें अपना राष्ट्रीय नायक मानता है।
टी एस एम सी का मूल्य
टी एस एम सी का मूल्य ताइवान की राष्ट्रीय संपत्ति के आधे से भी ज्यादा है।इस उद्योग का ताइवान के जीडीपी में लगभग 13 प्रतिशत हिस्सा है।
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अनेक देशों की प्रोडक्शन चेनके बिना चिप निर्माण संभव नहीं ?