गौ वंशीय पशुओं की संख्या व दूध उत्पादन में हम विश्व में नंबर वन हैं किंतु प्रति पशु दुग्ध उत्पादन क्षमता में काफी पिछड़े हुए हैं। अतःनस्ल सुधार जरूरी है।
विश्व में नंबर वन किंतु
कृषि के यंत्रीकरण बढ़ने से बछड़ों की उपयोगिता बहुत घट गई है जिससे छुट्टा जानवरों की समस्या विकराल होती जा रही है। इसे अन्ना प्रथा भी कहते हैं।
नर पशु की उपयोगिता कम
कृत्रिम विधि से नर पशु से वीर्य एकत्रित करके मादा पशु की प्रजनन नली में रखने की प्रक्रिया को कृत्रिम गर्भाधान कहते हैं।
कृत्रिम गर्भाधान क्या है ?
पशुपालकों की इच्छा अनुरूप संतति प्राप्ति हेतु कृत्रिम गर्भाधान में उपयोग किए जाने वाले वीर्य स्ट्रॉज को सेक्स सीमेन कहा जाता है।
सेक्स सीमेन क्या है ?
प्रायः कृत्रिम गर्भाधान से 50% मादा व 50% नर जबकि सेक्स सीमेन से 90% मादा व 10% नर संततियां उत्पन्न होंगी। सेक्स सीमेन का मादा संततियां प्राप्ति हेतु उपयोग किया जाता है।
क्या है अंतर ?
उच्च गुणवत्तायुक्त गोवंशीय मादा संततियों की कम समय में प्राप्ति कर दुग्ध उत्पादकता में तेजी से बढ़ोत्तरी करना।
मादा संतति की प्राप्ति
भारी कमी आयेगी।अब इनका कृषि कार्यों में उपयोग कम जाने से चारे दाने का अतिरिक्त बोझ पड़ता है। छुट्टा जानवरों से फसलों की उत्पादकता प्रभावित होती है।
अनुपयोगी नरवत्सों में कमी
शीर्ष आनुवंशिक नर पशुओं के वीर्य से आनुवंशिक तौर पर बेहतरीन बछिया पैदा होंगी। त्वरित और आजीवन आनुवंशिक मूल्य बहुत बढ़ जायेगा जिससे दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा।
त्वरित आनुवंशिक उन्नयन
आनुवंशिक रूप से उच्च कोटि की अधिक बछिया पैदा होने से दूध उत्पादन की मात्रा बहुत बढ़ जायेगी। सकारात्मक प्रभाव अनेक ब्यांत तक रहता है।
अधिक दूध उत्पादन
दूध उत्पादन में वृद्धि होने के साथ डेरी के अन्य पशुओं का प्रयोग अन्य लाभदायक कार्यक्रमों जैसे अतिरिक्त बछिया की बिक्री में किया जा सकता है।
आय में वृद्धि
बच्चा देने में सरलता होती है। जैव जोखिम नहीं रहता। सेक्स सीमेन से बछिया में डिस्टोकिया के खतरे को काफी कम कर सकता है।
सरल तरीके से संतति
अधिक खर्च पर बाहर से बछिया लाने से बचाव। अच्छी आनुवंशिक मूल्य वाली बछिया उत्पन्न करके अपने पशु समूह में वृद्धि कर आय आसानी से बढ़ाई जा सकती है।
तेजी से पशु समूहों में वृद्धि
आनुवंशिक रूप से उच्च गुणवत्ता प्राप्त नर और मादा से बेहतरीन बछियों को सेक्स्ड सीमेन तकनीक के द्वारा उत्पादित कर बड़ी आसानी से बेचा जा सकता है।
लाभ का एक अन्य स्रोत
कम उम्र की मादा पशु का चयन किया जाता है जिसकी ऋतुमय अवस्था नियमित व जननांगों की स्थिति ठीक हो। हमें स्वस्थ व रोगमुक्त संतति की प्राप्ति होती है।
स्वस्थ व रोगमुक्त संतति
सेक्स सीमेन द्वारा कृत्रिम गर्भाधान एक्सपर्ट से कराएं। वर्गीकृत वीर्य स्ट्रॉज के उपयोग से बायो सिक्योरिटी रिस्क की संभावना कम हो जाती है।