जब रेशम कीट को रेशम प्राप्त करने के लिए उद्योग की तरह पाला जाता हैं तो उसे सेरी कल्चर कहते हैं। 

सेरीकल्चर क्या है ?

जब रेशम कीट को रेशम प्राप्त करने के लिए उद्योग की तरह पाला जाता हैं तो उसे सेरी कल्चर कहते हैं। 

जब रेशम कीट को रेशम प्राप्त करने के लिए उद्योग की तरह पाला जाता हैं तो उसे सेरी कल्चर कहते हैं। 

गरीबों का सहारा

रेशम उद्योग कृषि पर आधारित सहायक ग्रामीण लघु व कुटीर उद्योग है। यह गरीब तथा भूमिहीन किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने में कारगर सिद्ध हो रहा है।

जब रेशम कीट को रेशम प्राप्त करने के लिए उद्योग की तरह पाला जाता हैं तो उसे सेरी कल्चर कहते हैं। 

कम लागत में अच्छा लाभ

यह कम लागत व समय में अधिक लाभ देने वाला प्रदूषण रहित उद्योग है। परिवार के प्रत्येक सदस्य विशेषकर महिलाओं को घर पर ही रोजगार मिल जाता है। 

जब रेशम कीट को रेशम प्राप्त करने के लिए उद्योग की तरह पाला जाता हैं तो उसे सेरी कल्चर कहते हैं। 

सस्ती व सरल तकनीक

स्थानीय व सस्ते संसाधनों से कम पढ़े लिखे व अकुशल कामगार थोड़ी सी ट्रेनिंग प्राप्त कर इसे कर सकते हैं। उच्च तकनीक व गूढ़ मशीनरी की आवश्यकता नहीं है।

जब रेशम कीट को रेशम प्राप्त करने के लिए उद्योग की तरह पाला जाता हैं तो उसे सेरी कल्चर कहते हैं। 

आवर्ती व्यय से मुक्त

शहतूत, अर्जुन व अरंडी का एक बार का वृक्षारोपण बीस वर्षों तक प्रभावी रहता है, अन्य कृषि फसलों की तरह प्रति वर्ष कोई आवर्ती व्यय नहीं करना पड़ता। 

जब रेशम कीट को रेशम प्राप्त करने के लिए उद्योग की तरह पाला जाता हैं तो उसे सेरी कल्चर कहते हैं। 

ईंधन की प्राप्ति

वर्ष में दो बार जून और दिसंबर में कतई व छंटाई से किसानों को ईंधन मिल जाता है एवं उनकी टहनियों से टोकरियां बनायी जाती है। पत्ती का चारे के रूप में प्रयोग होता है। 

जब रेशम कीट को रेशम प्राप्त करने के लिए उद्योग की तरह पाला जाता हैं तो उसे सेरी कल्चर कहते हैं। 

तीन चरण

तीन चरण हैं, शहतूत, अरंडी व अर्जुन की खेती, कीट पालन व कोया उत्पादन, धागकरण । कृषि फसलों की अपेक्षा रेशम की फसल 20-25 दिन में पूर्ण हो जाती है। 

जब रेशम कीट को रेशम प्राप्त करने के लिए उद्योग की तरह पाला जाता हैं तो उसे सेरी कल्चर कहते हैं। 

अनूठा उद्योग

रेशम उद्योग में धनाढ्यों से गरीबों की ओर धन का प्रवाह होता है। शहरी पलायन रोककर गरीबी दूर करने, विदेशी मुद्रा अर्जित करने एवं राष्ट्र को सशक्त बनाने का माध्यम है। 

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