ब्रह्मास्त्र 

प्राकृतिक खेती में प्रयुक्त कीटनाशक 

प्राकृतिक खेती हेतु संकल्पबद्ध 

प्राकृतिक खेती है गुणों का खजाना  सस्ता, सुगम, लाभकारी है अपनाना 

प्रसार शिक्षा एवं प्रशिक्षण ब्यूरो  कृषि विभाग उत्तर प्रदेश  

बहुत अधिक कीटों और बड़ी इल्लियों के लिए ब्रह्मास्त्र का प्रयोग किया जाता है। 

प्राकृतिक खेती के  कीटनाशक 

देसी गाय का मूत्र 4 लीटर, किन्हीं 5 पौधों (अरंड, सीता फल, धतूरा, पपीता, आम, अमरूद, आदि) के पत्तों की चटनी 200 ग्राम (प्रति पौधा)। 

प्रयुक्त सामग्री 

देसी गाय का मूत्र 4 लीटर, किन्हीं 5 पौधों (अरंड, सीता फल, धतूरा, पपीता, आम, अमरूद, आदि) के पत्तों की चटनी 200 ग्राम (प्रति पौधा)। 

कैसे तैयार करें – I 

इसके बाद इसे धीमी आंच पर एक उबाली आने तक उबालना है। पहली उबाली आने के तुरंत बाद पतीले को कपड़े की सहायता से आंच से उतार कर नीचे रख दें।

कैसे तैयार करें – II 

घोल सहित पतीले को 48 घंटे के लिए ऐसे स्थान पर रख दें, जहां वर्षा का पानी और सूर्य की रोशनी न पड़े। 

कैसे तैयार करें – III 

48 घंटे के बाद ब्रह्मास्त्र को कपड़े से अच्छी तरह छान लें और इसके बाद इसका भंडारण कर लें।

कैसे तैयार करें – IV  

1 लीटर में ब्रह्मास्त्र को 40 लीटर पानी मिलाते हुए एक बीघा खेत में छिड़क दें ।

कैसे प्रयोग करें

इसका भंडारण 6 मास तक कर सकते हैं।

भंडारण

दोपहर के बाद छिड़काव करने से अधिक लाभ मिलेगा। 

छिड़काव 

निःशुल्क दूरभाष  

वेबसाइट 

1800-180-1551 

http://upagripardarshi.gov.in

प्रकाशक

संयुक्त कृषि निदेशक प्रसार शिक्षा एवं प्रशिक्षण ब्यूरो कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश 9 विश्वविद्यालय मार्ग, लखनऊ-226007