इंटरनेट चैटिंग के  स्याह पक्ष

अलगाव

हम सामाजिक अलगाव के शिकार हो सकते हैं। अकेलापन व वैराग्य की भावनाएं हमारे स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।

फर्जी

हम अधिकांशतया फर्जी सूचनाओं के संसार में डूब गए हैं। असत्यापित सामग्रियां भरी हुई हैं और हम इन पर आसानी से विश्वास कर लेते हैं।

ईमानदारी

इंटरनेट पर ईमानदारी और भोलापन आपके खिलाफ जा सकते हैं और पल भर में पूरी दुनिया में आपको बदनाम कर सकते हैं।

मासूम

मासूम बच्चे खास तौर पर लड़कियां इसका शिकार बन रही हैं जिससे उनका पूरा जीवन बर्बाद हो रहा है।

पहचान

इंटरनेट चैटिंग पर सामने वाले की पहचान जाहिर नहीं होती, इसलिए सत्य व झूठ पता नहीं चलता। इसलिए धोखा देना आसान होता है।

अनसोशल

सच यही है कि सोशल मीडिया में हमें सबसे ज्यादा अनसोशल बना दिया है। इसके चक्कर में पड़कर हम वास्तविक दोस्ती के महत्त्व को कम करते जा रहे हैं।

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