कंगनी का स्वाद अखरोट जैसा व मिठास लिए होता है। यह अन्य सभी अनाजों से अधिक पाचक और किसी भी प्रकार की एलर्जी से रहित है।
सर्वाधिक पाच्य
कंगनी अनाज चावल की अपेक्षा दो गुना अधिक प्रोटीन होता है। यह रक्त शर्करा एवं कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है।
दोगुना प्रोटीन
कंगनी के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। यह मधुमेह एवं उदर विकार के लिए अति उत्तम एवं आदर्श भोजन हैं।
मधुमेह में लाभकारी
कंगनी रेशा, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स जैसे लोहे व तांबे से भरपूर खाद्यान्न हैं। यह गर्भवती एवं बच्चों के लिए अत्यंत पौष्टिक आहार है।
पोषक तत्त्वों से भरपूर
कंगनी का आटा एक कप। मैदा एक कप भरकर लें। दूध 15 मिली लीटर, नमक एक ग्राम, यीस्ट दो ग्राम, शक्कर पांच ग्राम, पानी 30 मिली लीटर, अंडा एक, तेल एक चम्मच।
प्रयुक्त सामग्री
एक बड़े कटोरे में हल्का गरम पानी लें। इसमें यीस्ट शक्कर व तेल मिलाएं। दो मिनट के लिए रख दें।
बनाने की विधि भाग – I
अब इस पानी में कंगनी का आटा, नमक, मैदा आदि मिलाकर गूंथे। जब यह नरम व लचीला आटा बन जाए।
बनाने की विधि भाग – II
तब गीले कपड़े से ढंक कर गरम जगह पर रख दें। डेढ़ घंटे के बाद जब इस आटे में खमीर उठ जाए तो फिर एक बार हाथ से मसलें व गूंथें। ओवन को 190 सेंटीग्रेड पर गर्म कर लें ।
बनाने की विधि भाग – III
आटे को ब्रेड के आकार के सांचे में डालकर पहले से गर्म ओवन ने 15-20 मिनट तक रखें। ब्रेड बन जाए तो निकालकर ठंडा होने के बाद चाकू से स्लाइस बना लें।