गुड़ vs चीनी किसे चुनना बेहतरन्यूट्रिशनिस्ट की विवेचना
दोनों में कुछ खूबियां
गुड़ और चीनी दोनों में कुछ खूबियां और खामियां हैं। सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर और अनेक न्यूट्रिशनिस्ट ने इनकी तुलना की है।
रिप्लेसमेंट नहीं
गुड़ चीनी का रिप्लेसमेंट नहीं है। गुड़ और चीनी का इस्तेमाल मौसम और फूड के कॉम्बिनेशन पर निर्भर करता है। अक्सर लोग गुड़ का इस्तेमाल जाड़े में करते हैं।
सोर्स
दोनों का मुख्य स्रोत गन्ना है बस फर्क सिर्फ इतना है कि दोनों की प्रोसेसिंग अलग है। गुड़ नेचुरल फूड आइटम है जबकि रिफाइंड चीनी में ब्लीचिंग की वजह से केमिकल्स आ जाते हैं।
खोखली कैलोरी
चीनी सिर्फ खोखली कैलोरी है जबकि गुड़ में पाए जाने वाले पोषक तत्त्व विटामिंस, मिनरल्स व एंटी ऑक्सीडेंट्स हेल्थ और इम्यूनिटी को बेहतर बनाते हैं।
ब्लड शुगर
गुड़ का स्लो अब्सोर्पशन ब्लड शुगर के लेवल को बैलेंस करता हैं जबकि चीनी से ब्लड में अब्सोर्ब होकर ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देती है।
पाचन
खाना खाने के बाद एक टुकड़ा गुड़ खाने से शरीर के एक्स्ट्रा टॉक्सिंस को बाहर निकालने और भोजन को पचाने में मदद मिलती है। यह क्रेविंग्स खत्म करने के साथ पोषण भी देता है।
चयन
गुड़ और चीनी दोनों ही कैलोरी बढ़ाते हैं लेकिन अगर आपको दोनों में से किसी एक का चयन करना है तो गुड़ का करें ( गुड़ गुड है) क्योंकि रिफाइंड चीनी की तुलना में गुड़ के फायदे ज्यादा हैं।
अगले अंक में
अगले अंक में जानिये
गुड़ गुड है
क्या हैं गुड़ के फायदे ?
( भाग तीन)