मोदी सरकार ने रखा श्वेतपत्र  ( White Paper )

शुरुआत 

1922 में ब्रिटिश सरकार ने आयरलैंड के यूनिफिकेशन पर एक कमांड पेपर जारी किया था।इस डॉक्यूमेंट का कवर सफेद रंग का होने व्हाइट पेपर के नाम से मशहूर हो गया। फिर यह परंपरा चल पड़ी।

श्वेत पत्र एक आधिकारिक पत्र

लिखित दस्तावेज होता है जिसमें सरकार या कोई अन्य संस्था किसी विषय, मुद्दे, नीति अथवा समस्या पर अपनी जानकारी, सोच व विचारों को स्पष्ट करती है।

जानकारियों का समावेश  

श्वेत पत्र में एक विषय से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारियों का समावेश होता है। इससे लोगों को उस मुद्दे को  अच्छी प्रकार से समझने, समाधान तलाशने और निर्णय लेने में सहायता मिलती है।

जारी  करने  का  अधिकार  

श्वेत पत्र सरकार और गैर सरकारी संस्था दोनों जारी कर सकते हैं। कोई कंपनी अपने उत्पाद की जानकारी देने के लिए जारी कर सकती है।

सत्य पर आधारित

यह अत्यंत संवेदनशील और पूर्ण सत्य पर आधारित होता है। इसमें किसी तरह का भ्रामक तथ्य नहीं दिया जाता।

सरकार का श्वेत पत्र  

मौजूदा बजट सत्र को एक दिन आगे बढ़ाकर सरकार श्वेत पत्र ला रही है जिसमें वह कांग्रेस के 2004-14 और भाजपा के 2014-24 के आर्थिक आंकड़ों को रखेगी।

विपक्ष पर हमला  

सरकार विपक्ष को कोई मौका नहीं देना चाहती और उनके समय के कुप्रबंधन व भ्रष्टाचार को उजागर करेगी।

Author

Visit our website