देश में म्यूचुअल फंड की वृद्धि सफलता की दास्तान है और इसका श्रेय म्यूचुअल फंड से जुड़े लोगों और सेबी को दिया जाना चाहिए।
छह गुना इज़ाफ़ा
बीते साल में म्यूचुअल फंड में निवेश छह गुना बढ़ गया। मार्च 2014 में 8.25 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर दिसंबर 23 में 50.77 लाख करोड़ हो गया।
निवेशक पांच गुना
इस अवधि में निवेशकों की कुल संख्या पांच गुना बढ़ी और यह 88 लाख से बढ़कर 4.2 करोड़ हो गई।
सिप
2023 में प्रति माह 31.5 सिप खाते जुड़े जबकि 2017 में यह गति महज 6.3 लाख खाते प्रति माह थी। दिसंबर 2023 में रिकॉर्ड धनराशि 17,600 करोड़ आई।
नए लक्ष्य
दिसंबर 23 में म्यूचुअल फंड निवेश 50 लाख करोड़ पार कर गया।ए एम एफ आई ने 2030 तक प्रबंधाधीन परिसंपति का लक्ष्य 100 लाख करोड़ और 10 करोड़ निवेशकों का लक्ष्य तय किया है।
वृद्धि की असीमित संभावनाएं
म्यूचुअल फंड के प्रबंधनाधीन परिसंपतियों और सकल घरेलू उत्पाद में अनुपात मात्र 18 फीसदी है जबकि चीन में 21, यूके में 75 और अमेरिका में 149 फीसदी है।
निवेशक
म्यूचुअल फंड ने देश में घरेलू बचत के वित्तीयकरण में अहम भूमिका निभाई और बचतकर्ताओं को निवेशकों में बदला दिया। "म्यूचुअल फंड सही है" का भरोसा बनाए रखना बड़ी जिम्मेदारी है।