शेयर बाजार में शेयरों के कुल मूल्य, यानी बाजार पूंजी के हिसाब से भारत ने हांगकांग को पीछे छोड़कर दुनिया में चौथा स्थान पा लिया है।
4.33 ट्रिलियन
22 भारतीय एक्सचेंजों में सूची बद्ध शेयरों की कुल कीमत 4.33 ट्रिलियन डॉलर थी, जबकि हांगकांग की 4.29 डॉलर।
उछाल का अर्थ
उछाल का अर्थ है कि निवेश की कीमत बढ़ जाना, घरेलू निवेशकों और विदेश निवेशकों की संख्या और निवेश में इजाफा हो जाना।
नया ट्रेंड
अभी तक भारतीय का निवेश के परंपरागत साधनों में जैसे रियल एस्टेट, बैंक, डाकघर, सोना में रहा है। अब म्यूचुअल फंड और शेयरों में बढ़ता निवेश इनकी ओर बढ़ते आकर्षण का सूचक है।
हिस्सेदारी
बाजार पूंजी के हिसाब शीर्ष पर अमेरिका है जिसकी हिस्सेदार 45 फीसदी है, जबकि चीन की 10 फीसदी है। यह संकेत है कि अभी हमें लंबा सफर तय करना है।
तीसरा स्थान
जिस तेजी से भारत में शेयर बाजार में निवेश आ रहा है। यह गति यदि कायम रही, तो अगले दो तीन वर्षों में हम जापान को पछाड़ कर तीसरे स्थान पर आ सकते हैं।
अर्थ
बाजार में पूंजी बढ़ने का अर्थ है कि शेयर बाजार में निवेश करना सुरक्षित है। इससे विदेशी निवेशक केवल शेयरों में ही नहीं, उद्योगों में भी निवेश बढ़ाते हैं।
पांच ट्रिलियन
अगर हमें 5 ट्रिलियन की अर्थ व्यवस्था बनना है तो हम सबको शेयर बाजार को भी सशक्त करना होगा। बढ़ती मंहगाई में भी बेहतर रिटर्नह में शेयर बाजार ही दे सकता है।