निसंदेह, ए आई (Artificial Intelligence) हमारे जीवनकाल में अनुभव किया गया सबसे बड़ा बदलाव होगा।इंटरनेट से भी बड़ा।
अंजान
हम सभी जाने-बूझे या अनजाने में ए आई का इस्तेमाल कर रहे हैं - चाहे गूगल सर्च में जल्दी पहुंचने का रास्ता
हो या ओ टी टी प्लेटफार्म पर सर्च।
जेनरेटिव ए आई
हाल ही ए आई एल्गोरिथम का बेमिसाल क्लास विकसित हुआ है और अब मानव बुद्धि की ही तरह टेक्स् (Text) को पढ़ और उसकी व्याख्या कर रहा है।
दोधारी तलवार
फंतासी व हकीकत में जिस तकनीकी कल्पना ए आई को हम साकार कर बैठे हैं, वो भारी उत्तेजना व उत्साह भी जगा रहा है और चिंता व भय भी। निजता पर भी खतरों की आशंकाएं हैं।
छलांग
भारत के लिए,ए आई की लंबी छलांग उम्मीद जगाती है, जैसे दूर संचार क्रांति के साथ हुआ, पुराने मोबाइल स्मार्ट में बदल गए, अब इस क्षेत्र में हम विकसित राष्ट्र बनने की राह पर हैं।