होर्डिंग डिसऑर्डर क्या है ?
करोड़ों ग्रस्त
आपने ऐसे लोगों को जरूर देखा होगा, जो सफाई के दौरान कोई भी पुराना समान घर से नहीं हटाते और अनुपयोगी हो गई वस्तुओं को भी सहेज कर रखते हैं।
रोग
यह एक मनोवैज्ञानिक रोग है। इसे ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर कहते हैं जो एंग्जाइटी से संबंधित है।
लगाव
इनका पुरानी वस्तुओं से गहरा अनावश्यक लगाव होता है। हमेशा निगरानी रखते हैं क्योंकि उन्हें डर रहता है कि कहीं वे चीजें खो न जाए।
आशंका
उन्हें आशंका होती है कि भविष्य में अमुक वस्तु की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए फेंकते नहीं है बल्कि संभाल कर रखते हैं, भले सालों से यूज न किया हो।
प्रभाव
घर गंदा और बिखरा हुआ, जीवन शैली अस्त व्यस्त और मन तनाव ग्रस्त व चिंतित रहता है। निर्णय क्षमता कमजोर हो जाती है।
उत्साह कम
जीवन में कुछ नया करने का उत्साह कम हो जाता है क्योंकि मन हमेशा पुरानी वस्तुओं और अतीत की यादों में ही उलझा रहता है। नई योजनाएं कम बना पाते हैं।
अगले अंक में
अगले अंक में देखिए
होर्डिंग डिसऑर्डर
क्यों होता है ऐसा ?
और क्या है उपचार ?
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