क्या हैं इंडिकेटर्स मेटाबॉलिक सिंड्रोम के (भाग चार)
सूचक
मेटाबॉलिज्म सिंड्रोम कोई बीमारी नहीं हैं बल्कि शरीर की उन स्थितियों का सूचक है जिनसे आगे चलकर बीपी, मधुमेह, मोटापा, स्ट्रोक, हृदय रोग, कब्ज, तनाव आदि का जोखिम बढ़ जाता है।
मोटापे का इंडिकेटर
अगर महिलाओं की कमर का आकार 35 इंच और पुरुषों का 40 इंच से अधिक है। जिनका बॉडी मास इंडेक्स 30 से ज्यादा हो तो मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने का जोखिम ज्यादा है।
रक्त चाप
जब रक्तचाप 140/85 मिमी एचजी से अधिक हो। रक्तचाप का लगातार असामान्य होना कालांतर में मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने का सूचक है।
मधुमेह
हीमोग्लोबिन एच बी 1सी अगर 6 प्रतिशत से अधिक हो, तो हाई ब्लड शुगर का सूचक है और भविष्य में बीमारियां हो सकती हैं।
ट्रांसग्लिसराइड
यह रक्त ने वसा का एक प्रकार है। इसका स्तर 150 मिलीग्राम/डी एल से अधिक होने से रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
गुड कोलेस्ट्रॉल कम होना
अगर यह पुरुषों में 40 एम जी/डीएल और महिलाओं में 50 से कम है तो मेटाबॉलिक सिंड्रोम का खतरा है।