तरह तरह के गुड़ गुड़ के कितने प्रकार ?

गन्ने से गुड़

गन्ने से तैयार गुड़ सर्वाधिक लोकप्रिय है। गन्ने के रस को तब तक उबाला जाता है जब तक यह गाढ़ा न हो जाए। फिर सुखाकर तैयार कर लेते हैं। यह बहुत मीठा होता है।

खजूर का गुड़

खजूर के रस से तैयार। खुशबू अलग। डार्क चॉकलेट की तरह होता है। यह खाते हो मुंह में घुल जाता है। पूर्वी राज्यों पश्चिमी बंगाल, झारखंड आदि में अधिक मिलता है।

नारियल का गुड़

नारियल के अनफरमेंटेड रस उबालकर व सुखाकर तैयार किया जाता है। क्रिस्टलाइन फॉर्म की वजह से थोड़ा सख्त होता है। गहरे भूरे रंग व पिरामिड के आकार का। दक्षिण भारत में अधिक लोकप्रिय।

पामीरा पॉम का गुड़

पामिरा देखने में नारियल की तरह होता है। इसे उबाल कर गुड़ बनाया जाता है। इसका रंग सफेद और हल्का पीला होता है।ज्यादातर पश्चिम बंगाल में मिलता है।

ताड़ का गुड़

ताड़ के रस को उबालकर और सुखाकर ताड़ का गुड़ बनाया जाता है। इसका रंग गोल्डन ब्राउन होता है। म्यांमार में बहुत लोकप्रिय है।

साबुदाना का गुड़

साबुदाने से भी गुड़ बनाया जाता है। साबूदाना गुड़ के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं ।  

काला  गुड़

बगैर रिफाइनिंग और प्रोसेसिंग बना गुण काला होता है। ज्यादा पुराना होने से इसका कालापन व पोषक तत्व बढ़ जाती है। आयरन व पोटेशियम की मात्रा और ड्यूरेटिक गुण बढ़ जाते हैं।

अगले अंक में  

अगले अंक में जानिए गुड़ से होने वाले नुकसान

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