सर्दियों की रानी पेटूनिया की कहानी
सर्दियों की रानी पेटूनिया
सर्दियों की रानी पेटूनिया खूबसूरत व मल्टी कलर तुरही के आकार के फूल को सर्दियों की रानी कहा जाता है। सर्दियों के सर्वाधिक प्रमुख फूलों में है पेटूनिया। आपको सर्दियों में यहां-वहां, जहां-तहां फूलों से भरे लदे गमले और क्यारियां दिखेंगी। प्लेन, स्टार और किनारे सफेद वाले मनमोहक फूलों से भरी हुई। हैंगिंग बास्केट में लगाने जाने वाले सबसे अच्छे फूलों में एक है पेटूनिया।
लो केयर & हेवी फ्लावरिंग प्लांट
अक्टूबर से अप्रैल तक खिलने वाला पिटूनिया लो केयर प्लांट है जो अपनी हेवी फ्लावरिंग और ढेरों रंगों के लिए जाना जाता है।
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लो कॉस्ट प्लांट
पेटुनिया लो कॉस्ट प्लांट है।
पेटूनिया के पौधे नर्सरी में तीन तरह से मिलते हैं-
सीडलिंग
- प्लास्टिक क्रैट में सीडलिंग के रूप में । ये अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में मिलते हैं। इनका मूल्य प्रति सीडलिंग 5 से 6 रुपए ही होना चाहिए।
पॉली बैग
- पॉली बैग में पेटूनिया का छोटा पौधा।ये नवंबर से जनवरी तक मिलते हैं।इनका मूल्य 10 से अधिक नहीं होना चाहिए।
गमलों में
- 6″ मिट्टी के गमलों में मिलने वाली पेटूनिया। ये दिसंबर से फरवरी तक मिलती है। इसका मूल्य 25 रुपए से अधिक नहीं होना चाहिए।
एक पौधा ही काफी है।
अच्छे और स्वस्थ पौधे के लिए एक पॉट में एक ही पौधा लगाएं। एक पौधा ही पूरा पॉट कवर कर लेगा
और फूलों से भर जायेगा।
उपयुक्त मिट्टी
पेटूनिया के लिए बलुई दोमट जीवांशयुक्त अच्छे जल निकास वाली मिट्टी सर्वाधिक उपयुक्त है।
बीज
इसका बीज बहुत छोटा होता है, इसलिए घर पर बीज से उगाना कठिन है।
गुड़ाई
मिट्टी की समय समय पर गुड़ाई करते रहना चाहिए। जब मिट्टी सेटल हो जाती है तब उसमें ऑक्सीजन प्रवेश नहीं कर पाती। इससे जड़ों का विकास अवरूद्ध हो जाने से प्लांट विकसित नहीं हो पाता। इस कारण फूल भी कम और छोटे आते हैं।
तीन तरह की
फूलों के बढ़ते आकार के अनुसार तीन तरह की पेटुनिया मिनी फ्लोरा, मल्टी फ्लोरा और ग्रैंडी फ्लोरा होती है। स्प्रेडिंग पेटुनिया क्रीपर की तरह फैलता रहता है। पेटुनिया के हैंगिंग बास्केट बहुत पॉपुलर हैं। सर्वाधिक लोकप्रिय मल्टी फ्लोरा।
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तीन पैटर्न
पेटुनिया के सामान्यतया तीन पैटर्न हैं प्लेन, स्टार और हुलाहूप या पिकोटी। प्लेन पैटर्न में पेटूनिया के फूलों पर कोई डिजाइन नहीं होती। स्टार पैटर्न में स्टार की तरह की डिजाइन होती है। हुलाहुप या पिकोटी में फूलों के किनारे सफेद रंग के होते हैं। इनमें ढेरों कलर आते हैं।
धूप चाहिए
पेटूनिया को धूप चाहिए तभी फूल अधिक गहरे रंग के और चमकदार आएंगे ।
लेगी प्लांट
प्रकाश की कमी के कारण पौधे कुपोषित होकर लंबे हो जाते हैं इन्हें लेगी प्लांट कहा जाता है। इन्हें हटा दें क्योंकि इनमें अच्छे फूल नहीं आते।
वायु संचार
पेटूनिया के फूलों अच्छे विकास पौधों में परस्पर दूरी चाहिए ताकि उनके बीच वायु संचार होता रहे।
पत्तियां के पीले पड़ने के कारण
पत्तियां के पीले पड़ने के कारण हैं ओवर वाटरिंग, अंडर वाटरिंग या लैक ऑफ न्यूट्रिशन। मौसमी फूलों के लिए सबसे अच्छा लिक्विड फर्टिलाइजर होता है।
उथले गमलों में लगाएं
पेटुनिया को उथले गमलों (Shallow Pots) में लगाएं क्योंकि यह पूरा फूलों से भर जाता है। इसके रूट्स बहुत गहराई तक नहीं जाते हैं, इसलिए कम गहराई वाले हैंगिंग बास्केट इसके लिए उपयुक्त रहेंगे।
डेली वाटरिंग न करें
डेली वाटरिंग न करें और वाटरिंग सॉइल में करें न कि फूलों और पत्तियों पर। ओवर वाटरिंग से फूल कम और पत्तियां अधिक आएंगी।
पिचिंग
प्रारंभ के कुछ फूलों को तोड़ दें या पिचिंग कर दें ताकि प्लांट शाखायुक्त (bushy) हो जाए। पौधे की जितनी अधिक स्वस्थ शाखाएं होंगी उतने अधिक फूल आयेंगे।
डेड हेडिंग
मुरझाए फूलों की को हटाते या डेड हेडिंग करते रहें ताकि प्लांट अपनी सारी ऊर्जा फूलों के उत्पादन में ही लगा पाए। मुरझाए फूलों को इधर उधर न फेंक कर मिट्टी में ही डाल दे ताकि मिट्टी का जीवांश बढ़ने से उसकी उर्वरा शक्ति बढ़े।
सूखा सहन करने की क्षमता पर्याप्त
पेटूनिया में सूखा सहन करने की क्षमता पर्याप्त होती है। अगर आप हफ्ते दस दिन के लिए बाहर चले भी गए तब भी पेटूनिया का पौधा मरेगा नहीं।